शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2021

मौलिक अधिकार संबंधित महत्वपूर्ण प्रशन: MCQ

भारतीय संविधान 

मौलिक अधिकार संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न








   
 





भारत का संविधान हमें 6 मौलिक अधिकार प्रदान करता है। जो कि निम्नलिखित हैं।


1. समता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18)

2. स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19-22)

3. शोषण के विरुद्ध अधिकार (अनुच्छेद 23-24)

4.धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 25-28)

5. संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार (अनुच्छेद 29-30) 

6. संवैधानिक उपचारों का अधिकार (अनुच्छेद 32)


आपके मौलिक अधिकारों से संबंधित प्रश्न हर कॉम्पटेटिव एग्जाम में पूछे जाते हैं।इसलिए सभी प्रश्नों को ध्यानपूर्वक और कुशलतापूर्वक पढ़ें।



राज्य के नीति निर्देशक तत्व : वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ)


Q.1 निम्नलिखित में से किस अधिकार को डॉक्टर  भीमराव अंबेडकर ने संविधान का हृदय और आत्मा बताया है ?

A. धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार

B. संपत्ति का अधिकार

C. समानता का अधिकार

D. संवैधानिक उपचारों का अधिकार

उत्तर - D

Q.2 भारतीय संविधान की आत्मा किसे कहा गया है ?

A. धार्मिक स्वतंत्रता

B. समानता 

C. संवैधानिक उपचार

D. प्रस्तावना

उत्तर - D

Q.3 मूलभूत अधिकारों का प्रमुख उद्देश्य क्या है ?

A. समाज के समाजवादी ढांचे को बढ़ावा देना

B. व्यक्तिगत स्वतंत्रता को सुनिश्चित करना

C. न्यायपालिका की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करना

D. उपरोक्त सभी की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करना

उत्तर - C

Q.4 निम्नलिखित में से कौन सा मूलभूत अधिकार नहीं            है ?

A.समानता का अधिकार 

B. संपत्ति का अधिकार 

C. शोषण के विरुद्ध अधिकार 

D. धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार

उत्तर - B

Q.5 अनुच्छेद 14 में "कानून की समानता का अधिकार" किस देश से लिया गया है ?

A. अमेरिका 

B. ब्रिटेन

C. रूस

D. कनाडा

उत्तर - B


Q.6 भारत के संविधान के अंतर्गत अब कितने मौलिक अधिकारों की गारंटी दी गई है ?

A. 5

B. 6 

C. 7 

D. 8

उत्तर - B


Q.7 मौलिक अधिकारों में संशोधन करने के लिए कौन सक्षम है ?

A. राष्ट्रपति

B. प्रधानमंत्री

C. चुनाव आयोग

D. संसद

उत्तर - D

Q.8 भारतीय संविधान में राज्य के नीति निदेशक तत्वों को शामिल करने के पीछे मुख्य उद्देश्य क्या है ?

A. कल्याणकारी राज्य की स्थापना

B. धर्मनिरपेक्ष राज्य की स्थापना

C. सरकार के निरंकुश कार्यों पर नियंत्रण रखना

D. लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कराना

उत्तर - A

Q.9 नागरिकों के लिए एक समान सिविल संहिता किस अनुच्छेद में है ?

A. 41

B. 44

C. 51

D. 53

उत्तर - B

Q.10 संविधान का कौन सा भाग लोक कल्याणकारी राज्य के विचार का उल्लेख करता है ?

A. भाग - 2

B. भाग - 3

C. भाग - 4

D. भाग - 7

उत्तर - C


Q.11 नौकरी में समान अवसर का अधिकार संविधान के किस अनुच्छेद में है ?

A. अनुच्छेद 13

B. अनुच्छेद 16

C. अनुच्छेद 17

D. अनुच्छेद 23

उत्तर - B

Q.12 भारतीय संविधान के मूल अधिकार किस देश के संविधान से लिए गए हैं?

A. अमेरिका

B. आयरलैंड

C. ऑस्ट्रेलिया

D. रूस

उत्तर - A

Q.13 भारतीय संविधान में नीति निदेशक तत्वों को किस देश के संविधान से लिया गया है ?

A. इंग्लैंड

B. आयरलैंड

C. अमेरिका

D. ऑस्ट्रेलिया

उत्तर - B

Q.14 भारत का संविधान हमें निम्नलिखित में से किस प्रकार की नागरिकता प्रदान करता है ?

A. एकल नागरिकता

B. दोहरी नागरिकता

C. बहुल नागरिकता

D. नागरिकता से संबंधित कोई प्रावधान नहीं

उत्तर - A

Q.15 भारत में नागरिकता प्राप्त करने का नियम कौन बनाता है ?

A. संसद

B. राष्ट्रपति

C. प्रधानमंत्री

D. मुख्य चुनाव आयुक्त

उत्तर - B


Q.16  मूल कर्तव्यों का वर्णन संविधान के किस अनुच्छेद में है ?

A. अनुच्छेद 51

B. अनुच्छेद 51A

C. अनुच्छेद 51B

D. अनुच्छेद 51D

उत्तर - B

Q.17 सरकार का चौथा स्तंभ किसे कहा गया है ?

A. मीडिया

B. कार्यपालिका

C. विधायपालिका 

D. न्यायपालिका

उत्तर - A

Q.18 निम्नलिखित में से कौन सा अधिकार राजनीतिक अधिकारों की श्रेणी में आता है ?

A. निर्वाचित होने का अधिकार

B. जीवन का अधिकार

C. शिक्षा का अधिकार

D. संघ बनाने का अधिकार

उत्तर - A

Q.19 अस्पृश्यता का अंत संविधान के किस अनुच्छेद द्वारा किया गया है ?

A. 15 वे

B. 16 वे

C. 17 वे

D. 21 वे

उत्तर - C

Q.20 भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में समान न्याय एवं निशुल्क विधिक सहायता का प्रावधान है ?

A. अनुच्छेद 30

B. अनुच्छेद 25

C. अनुच्छेद 33B

D. अनुच्छेद 39A 

उत्तर - D

Q.21 मूल अधिकारों को सर्वप्रथम किस देश में संवैधानिक मान्यता प्रदान की गई ?

A. रूस

B. ब्रिटेन

C. अमेरिका

D. ऑस्ट्रेलिया

उत्तर - C

Q.22 भारतीय नागरिकों के मूल अधिकारों का वर्णन संविधान के किन अनुच्छेदों में है ?

A. अनुच्छेद 5 - 11

B. अनुच्छेद 12 - 35

C. अनुच्छेद 17 - 35

D. अनुच्छेद 22 - 51

उत्तर - B

Q.23 भारतीय संविधान के भाग 3 में कुल कितने अनुच्छेद में मूल अधिकारों का वर्णन है ?

A. 12

B. 15

C. 22

D. 24

उत्तर - D

Q.24 मौलिक अधिकारों को लागू करने का दायित्व किसका है ?

A. उच्च न्यायालय

B. उच्चतम न्यायालय

C. उपरोक्त दोनों

D. भारत के मुख्य न्यायाधीश को

उत्तर - C

Q.25 मौलिक अधिकारों को निलंबित (Suspension) करने का अधिकार किसको है ?

A. उच्च न्यायालय

B. सर्वोच्च न्यायालय

C. राष्ट्रपति

D. मंत्रिमंडल

उत्तर - C ( अनुच्छेद - 358 - 359)

Q.26 मौलिक अधिकारों पर आवश्यक प्रतिबंध लगाने का अधिकार किसको है ?

A. उच्च न्यायालय

B. सर्वोच्च न्यायालय

C. राष्ट्रपति

D. संसद

उत्तर - D

Q.27 भारतीय संविधान के अंतर्गत मूल अधिकारों का संरक्षक कौन है ?

A. विधायिका

B. कार्यपालिका

C. न्यायपालिका

D. मंत्रिमंडल

उत्तर - C (अनुच्छेद - 32 व 226 में वर्णित)

Q.28 स्वतंत्रता के मूल अधिकार से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 19 के अंतर्गत कितने प्रकार की स्वतंत्रता दी गई है ?

A. 3

B. 5

C. 6

D. 7

उत्तर - C

Q.29 स्वतंत्रता का अधिकार संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है ?

A. 17 - 22 

B. 19 - 22

C. 21 -22

D. 21 - 25

उत्तर - B

Q.30 प्रेस की स्वतंत्रता किस अधिकार में निहित है ?

A. भाषण की स्वतंत्रता

B. नियमों के समान संरक्षण

C. संघ निर्माण की स्वतंत्रता

D. कार्य और सामग्री सुरक्षा

उत्तर - A

Q.31 इनमें से कौन-सा एक मौलिक अधिकार नहीं है ?

A. बोलने का अधिकार

B. हड़ताल पर जाने का अधिकार

C. व्यवसाय का अधिकार

D. धर्म का अधिकार

उत्तर - B

Q.32 भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद व्यक्ति के विदेश यात्रा के अधिकार को संरक्षण प्रदान करता है ?

A. अनुच्छेद 15

B. अनुच्छेद 17

C. अनुच्छेद 19

D. अनुच्छेद 21

उत्तर - D

Q.33 भारत के किन अनुच्छेदों में शोषण के विरुद्ध अधिकार वर्णित है ?

A. 17 - 22 

B. 19 - 22

C. 21 -22

D. 23 - 24 

उत्तर - D

Q.34 मौलिक अधिकारों के अंतर्गत कौन सा अनुच्छेद बच्चों के शोषण से संबंधित है ?

A. अनुच्छेद 21

B. अनुच्छेद 24

C. अनुच्छेद 27

D. अनुच्छेद 28

उत्तर - B

Q.35 पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए किसी भी व्यक्ति को कितने समय के अंदर मजिस्ट्रेट के सामने उपस्थित करना अनिवार्य है ?

A. 12 घंटे

B. 18 घंटे

C. 24 घंटे

D. 48 घंटे

उत्तर - C

Q.36 धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है ?

A. 17 - 22 

B. 19 - 22

C. 21 -28

D. 25 - 30

उत्तर - D

Q.37 भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद अल्पसंख्यकों को अपने मनपसंद शिक्षण संस्थानों को स्थापित तथा संचालित करने का अधिकार को संरक्षण प्रदान करता है ?

A. अनुच्छेद 21

B. अनुच्छेद 24

C. अनुच्छेद 27

D. अनुच्छेद 30

उत्तर - D

Q.38 धार्मिक स्वतंत्रता से संबंधित अधिकार कौन सा है ?

A. अनुच्छेद 31

B. अनुच्छेद 32

C. अनुच्छेद 27

D. अनुच्छेद 25

उत्तर - D

Q.39 भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में संवैधानिक उपचारों का अधिकार निहित है ?

 A. अनुच्छेद 21

B. अनुच्छेद 24

C. अनुच्छेद 32

D. अनुच्छेद 35

उत्तर - C

Q.40 किस वाद ने संसद को मौलिक अधिकारों में संशोधन का अधिकार दिया ?

A. केशव चंद भारती वाद

B. राज नारायण बनाम इंदिरा गांधी वाद

C. गोलमनाथ वाद

D. सज्जन कुमार वाद

उत्तर - A

भारत की नागरिकता और नागरिकता अधिनियम 1955


General knowledge MCQ Question

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बुधवार, 27 अक्तूबर 2021

लोदी वंश: Notes And Question For All Competitive Exams

मध्यकालीन भारत का इतिहास

दिल्ली सल्तनत काल

लोदी वंश (1451 - 1526 ई.) तक

दिल्ली सल्तनत में कुल पांच वंशो ने शासन किया। जिनके नाम क्रमशः नीचे दिए हुए हैं। दिल्ली सल्तनत काल का उदय कुतुबुद्दीन ऐबक ने किया था, जो कि गुलाम वंश का पहला संस्थापक था।

 गुलाम वंश    (1206 - 1290 ई.)

 खिलजी वंश (1290 - 1320 ई.)

 तुगलक वंश  (1320 - 1414 ई.)

 सैयद वंश     (1414 - 1451 ई.)

 लोदी वंश     (1451 - 1526 ई.)

दिल्ली सल्तनत का सबसे आखिरी वंश था लोदी वंश। जिसकी स्थापना 1451 ई. में बहलोल लोदी ने की थी।

बहलोल लोदी (1451 - 1489 ई.) तक

इसने 1451 ई. में दिल्ली सल्तनत के आखिरी वंश लोदी वंश की स्थापना की। दिल्ली का शासक बनने के बाद इसने गाजी की उपाधि धारण की। इसने बहलोली नामक सिक्का चलाया। यह अपने सरदारों को मसनद ए अली कहकर पुकारता था।

सिकंदर लोदी ( 1489 - 1517 ई.) तक

यह 1489 ई. में दिल्ली का सुल्तान बना। यह स्वर्णकार हिन्दू माता जयबंद का पुत्र था।
1494 ई. में सिकंदर शाह और हुसैन शाह शर्की के बीच बनारस का युद्ध हुआ।
1504 ई. में इसने आगरा शहर बसाया। और इसी को अपनी राजधानी भी बनाया।
इसने मुहर्रम में ताजिया निकालने पर रोक लगा दी थी।
यह गुलरुखी उपनाम से अपनी कविताएं लिखता था 
इसके शासनकाल में संगीत कला के सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ " लज्जत ए सिकंदर शाही" की रचना हुई।
प्रसिद्ध संत कबीर दास सिकंदर लोदी के समकालीन थे।
गले की बीमारी के कारण 21 नवंबर 1517 ईस्वी को इसकी मृत्यु हो गई।

इब्राहीम लोदी (1517 - 1526 ई.) तक

यह लोदी वंश और दिल्ली सल्तनत का आखिरी शासक था। यह 1517 ई. में सिकंदर लोदी की मृत्यु के बाद दिल्ली का शासक बना।
इसने आगरा में अपना राज्याभिषेक किया और इब्राहिम शाह की पदवी धारण की।
इसने मानसिंह के पुत्र विक्रमजीत को पराजित करके ग्वालियर को भी दिल्ली सल्तनत में मिला लिया।
1517 ई. में इब्राहिम लोदी और राणा सांगा के बीच युद्ध हुआ। जिसने राणा सांगा की जीत हुई, लेकिन घतौली के युद्ध में सांगा की हार हुई।

21 अप्रैल 1526 ई. को इब्राहिम लोदी और बाबर के बीच पानीपत का प्रथम ऐतिहासिक युद्ध हुआ।  जिसमें बाबर की जीत हुई और इब्राहिम लोदी मारा गया। और इसी के साथ दिल्ली सल्तनत का खात्मा हो गया। और 1526 ई. में ही दिल्ली में मुगल वंश की शुरुआत हो गई

इब्राहिम लोदी दिल्ली सल्तनत का एकमात्र ऐसा शासक था जो युद्ध में लड़ते हुए मारा गया।

दिल्ली सल्तनत के साथ ही दो नए साम्राज्य और उभरे, जो कि विजयनगर साम्राज्य और बहमनी साम्राज्य के नाम से प्रसिद्ध हुए। इनके बारे में हम अगले नोट्स में पढ़ेंगे।।

लोदी वंश के महत्वपूर्ण प्रशन उत्तर

 Q.1 लोदी वंश का संस्थापक कौन था - बहलोल लोदी

Q.2 दिल्ली सल्तनत काल का अंतिम वंश कौन सा था - लोदी          वंश

Q.3 आगरा शहर की स्थापना कब और किसने की - 1504 ई.          में सिकंदर लोदी ने

Q.4 सिकंदर लोदी किस नाम से अपनी कविताएं लिखता था -          गुलरुखी

Q.5 सिकंदर लोदी ने अपनी राजधानी किस शहर को बनाया -          आगरा को

Q.6 संगीत कला के सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ "लज्जत ए सिकंदरशाही" की          रचना किसके काल में हुई - सिकंदर लोदी

Q.7 प्रसिद्ध संत कबीर दास किसके समकालीन थे - सिकंदर            लोदी 

Q.8 दिल्ली सल्तनत का अंतिम शासक कौन था - इब्राहिम               लोदी

Q.9 दिल्ली सल्तनत काल में युद्ध में पराजित होने वाला कौन            सा शासक था - इब्राहिम लोदी

Q.10 पानीपत का पहला युद्ध किसके बीच हुआ था - बाबर               और इब्राहिम लोदी


सैयद वंश


हमारे नोट्स पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏

सोमवार, 25 अक्तूबर 2021

सैयद वंश (दिल्ली सल्तनत) नोट्स और महत्वपूर्ण प्रशन

मध्यकालीन भारत : दिल्ली सल्तनत 

सैयद वंश (1414 - 1451 ई.) तक 

हम यह पहले ही पढ़ चुके हैं कि 1206 ई. में एक तुर्क शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना। और गुलाम वंश का उदय हुआ। और फिर उसके बाद 1290 ई. में गुलाम वंश के अंतिम शासक कैमुर्स को मारकर जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने खिलजी वंश की शुरुआत की। खिलजी वंश का अंतिम शासक कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी था, जिसे 1320 ईसवी में गयासुद्दीन तुगलक ने मरवा दिया और तुगलक वंश की शुरुआत की। तथा तुगलक वंश का अंतिम शासक नसीरुद्दीन महमूद तुगलक था। इसके बाद खिज्र खां ने 1414 ई. में दिल्ली में सैयद वंश की स्थापना कर दी। और इस लेख में हम सैयद वंश के महत्वपूर्ण नोट्स पढ़ेंगे।


खिज्र खां (1414 - 1421 ई.) तक

इसने 1414 ई. में सैयद वंश की स्थापना की। इसने सुल्तान की उपाधि ना लेकर "रैयत ए आला" की उपाधि धारण की।
इसने अपने सिक्के नहीं बनवाए।
पूरे सल्तनत काल में सैयद वंश एकमात्र ऐसा वंश था जो कि "शिया समुदाय" से था।

मुबारक शाह ( 1421 - 1434 ई.) तक

इसने "शाह" की उपाधि धारण की। 
इसने यमुना नदी के किनारे " मुबारकाबाद" नामक शहर की स्थापना की।
1434 ई. में इसकी मृत्यु के बाद मुहम्मद शाह शासक बना।
तथा सैयद वंश का अंतिम शासक "अलाउद्दीन आलम शाह" था। इसके बाद दिल्ली में बहलोल लोदी ने लोदी वंश की शुरुआत कर दी, जो कि सल्तनत काल का आखिरी वंश था। इसके बारे में हम अगले लेख में पढ़ेंगे।

सैयद वंश के महत्वपूर्ण प्रशन उत्तर

 Q.1 तुगलक वंश के बाद दिल्ली में कौन सा वंश आया -                  सैयद वंश

Q.2 सैयद वंश की स्थापना किसने की - खिज्र खां

Q.3 खिज्र खां ने कौन सी उपाधि धारण की - रैयत ए आला

Q.4 दिल्ली सल्तनत काल में शासन करने वाला कौन सा                  एकमात्र वंश शिया समुदाय से था - सैयद वंश

Q.5 मुबारकाबाद शहर की स्थापना किसने की - मुबारक शाह

Q.6 सैयद वंश का अंतिम शासक कौन था - अलाउद्दीन आलमशाह

Q.7 सैयद वंश के बाद दिल्ली सल्तनत में किस वंश का उदय           हुआ - लोदी वंश


दिल्ली सल्तनत की शुरुआत और गुलाम वंश का उदय


खिलजी वंश: नोट्स


 तुगलक वंश: नोट्स और प्रशन



आशा करता हूं दोस्तो नोट्स आपको पसंद आए होंगे। अगर  आपको किसी नोट्स को समझने में कोई भी समस्या है तो आप कॉमेंट करके हमें पूछ सकते हैं। हमारा उद्देश्य आपके ज्ञान को बढ़ाना, और आप लोगों तक जनरल नॉलेज के बेहतर से बेहतर नोट्स पहुंचना है। ताकि आप आगामी परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास हो सकें।

नोट्स पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद🙏

तुगलक वंश नोट्स और महत्वपूर्ण प्रशन

मध्यकालीन भारत का इतिहास (दिल्ली सल्तनत)

हम यह पहले ही पढ़ चुके हैं कि 1206 ई. में एक तुर्क शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना। और गुलाम वंश का उदय हुआ। और फिर उसके बाद 1290 ई. में गुलाम वंश के अंतिम शासक कैमुर्स को मारकर जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने खिलजी वंश की शुरुआत की। खिलजी वंश का अंतिम शासक कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी था, जिसे 1320 ईसवी में गयासुद्दीन तुगलक ने मरवा दिया और तुगलक वंश की शुरुआत की। और इस लेख में हम तुगलक वंश के बारे में पढ़ेंगे। 

तुगलक वंश (1320 - 1414 ई.) तक


तुगलक वंश के शासक
  • ग्यासुद्दीन तुगलक शाह      - 1320 - 1325
  • मुहम्मद बिन तुगलक         - 1325- 1351
  • फिरोज तुगलक                - 1351- 1388
  • ग्यासुद्दीन तुगलक द्वितीय   - 1388 - 1389
  • अबू वक्र                          - 1389
  • सीरुद्दीन मुहम्मद शाह        - 1390 - 1394
  • अलाउद्दीन सिकंदर शाह     - 1394
  • नसीरुद्दीन महमूदशाह        - 1394 - 1414


  • तुगलक वंश की शुरुआत गयासुद्दीन तुगलक ने 1320 ई. में खिलजी वंश के अंतिम शासक कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी को मारकर की।

    गयासुद्दीन तुगलक ( 1320 - 1325 ई.) तक

    इसने 1320 ई. में तुगलक वंश की स्थापना की। गयासुद्दीन तुगलक का मूल नाम गाजी बेग तुगलक था। अलाउद्दीन खिलजी के समय में यह दिपालपुर का सूबेदार था। यह ऐसा पहला शासक था जिसने कृषि उत्पादन के लिए नहरों का निर्माण करवाया।
    इसने दिल्ली के निकट तुगलकाबाद नगर की स्थापना की। और 1325 ईसवी में इसकी मृत्यु हो गई।

    मुहम्मद बिन तुगलक (1325 - 1351 ई.) तक

    गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु के बाद 1325 ई. में यह दिल्ली का शासक बना। इसका मूल नाम "जौना खां" था।
    दिल्ली के सुलतानों में यह एक ऐसा पहला शासक था जिसने योग्यता के आधार पर पद दिए।
    इसने अपनी राजधानी दिल्ली से दौलताबाद (देवगिरी)  स्थानांतरित की।
    मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल में हरिहर और बुक्का नाम के दो भाइयों ने 1336 ई. में एक स्वतंत्र राज्य "विजयनगर" की स्थापना की।
    इसी के काल में बहमन शाह ने 1347 ईसवी में बहमनी राज्य की स्थापना की।
    प्रसिद्ध मोरक्को यात्री इब्नबतूता भारत में मोहम्मद तुगलक के शासनकाल में आया था। तथा उसने अपनी पुस्तक "रेहला" में तुगलक के समय की घटनाओं का वर्णन किया है।
    इसने सांकेतिक मुद्रा भी चलाई।
    यह सल्तनत कालीन शासकों में सबसे अधिक शिक्षित एवं विद्वान था। लेकिन अधिक स्वप्नशील एवं लालशा होने के कारण इसे सनकी एवं पागल भी कहा गया है। 
    यह हिन्दू त्यौहारों को भी मनाता था। तथा 1351 ई. में थट्टा नामक स्थान पर इसकी मृत्यु हो गई।

    फिरोजशाह तुगलक ( 1351 - 1388 ई.) तक

    1351 ई. में यह मोहम्मद बिन तुगलक की मृत्यु के बाद फिरोजशाह तुगलक दिल्ली का शासक बना।
    यह सैनिक तथा कर्मचारियों को नकद वेतन के बदले वेतन के रूप में भूमि देता था।
    इसने फतेहाबाद, जौनपुर, फिरोजशाह कोटला, हिसार तथा फिरोजपुर जैसे नगरों की स्थापना की।
    इसने "फुतुहत ए फिरोजशाही" नामक आत्मकथा की रचना की।
    इसने ही सर्वप्रथम ब्राह्मणों पर जजिया कर लगाया था।
    इसके पास लगभग 1 लाख 80 हजार गुलाम थे।

    तुगलक वंश का अंतिम शासक नसीरुद्दीन महमूद तुगलक था।
    और इसके बाद दिल्ली में सैयद वंश की शुरुआत हुई। जिसे हम अगले लेख में पढ़ेंगे।

    तुगलक वंश : महत्वपूर्ण प्रशन उत्तर


    Q.1 खिलजी वंश के बाद दिल्ली सल्तनत में कौन से वंश का           उदय हुआ - तुगलक वंश

    Q.2 तुगलक वंश का संस्थापक कौन था - गयासुद्दीन तुगलक

    Q.3 भारत में प्रतीक मुद्रा शुरू करने वाला पहला शासक कौन          था - मोहम्मद बिन तुगलक

    Q.4 "दीवान ए खैरात" नामक विभाग की स्थापना किसने की -           फिरोज शाह तुगलक 

    Q.5 मोरक्को यात्री इब्नबतूता किसके शासनकाल में भारत             आया था - मोहम्मद बिन तुगलक

    Q.6 दिल्ली के निकट तुगलकाबाद नगर का निर्माण किसने               करवाया - गयासुद्दीन तुगलक

    Q.7 किस शासक ने सिंचाई के लिए कुएं और नहरों का                   निर्माण करवाया - गयासुद्दीन तुगलक 

    Q.8 किस मध्यकालीन संसद को सनकी, स्वपनसीन तथा               पागल कहा जाता था - मोहम्मद बिन तुगलक

    Q.9 किस शासक के शासनकाल में विजयनगर और बहमनी           राज्यों की स्थापना हुई - मोहम्मद बिन तुगलक

    Q.10 किस शासक ने अपनी राजधानी दिल्ली से देवगिरी                   स्थापित की - मोहम्मद बिन तुगलक

    Q.11 किस शासक ने पहली बार ब्राह्मणों पर जजिया कर                 लगाया - फिरोजशाह तुगलक

    Q.12 फतूहात ए फिरोजशाही किसकी आत्मकथा है -                      फिरोजशाह तुगलक

    Q.13 किस सल्तनत कालीन शासक ने महान सम्राट अशोक             के दो स्तंभों को दिल्ली में लाकर स्थापित किया -                          फिरोजशाह तुगलक

    Q.14 किस सल्तनत कालीन शासक ने  कांसे एवं तांबे के               सिक्के चलाए - मोहम्मद बिन तुगलक

    Q.15 दिल्ली में निर्मित कोटला फिरोजशाह दुर्ग का निर्माण               किसने करवाया - फिरोजशाह तुगलक

    Q.16 चांदी और तांबे की मिश्रित धातु से निर्मित सिक्के                    किसने चलाए - फिरोजशाह तुगलक

    Q.17 तुगलक वंश का अंतिम शासक कौन था - नसरुद्दीन                  महमूद तुगलक

    Q.18 तुगलक वंश के बाद दिल्ली सल्तनत में किस वंश का                उदय हुआ - सैयद वंश


    दिल्ली सल्तनत की शुरुआत और गुलाम वंश का उदय

    खिलजी वंश: नोट्स

    आशा करता हूं दोस्तो नोट्स आपको पसंद आए होंगे। अगर  आपको किसी नोट्स को समझने में कोई भी समस्या है तो आप कॉमेंट करके हमें पूछ सकते हैं। हमारा उद्देश्य आपके ज्ञान को बढ़ाना, और आप लोगों तक जनरल नॉलेज के बेहतर से बेहतर नोट्स पहुंचना है। ताकि आप आगामी परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास हो सकें।

    नोट्स पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद🙏


    शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2021

    मध्यकालीन भारत का इतिहास: खिलजी वंश (दिल्ली सल्तनत)

    मध्यकालीन भारत का इतिहास (खिलजी वंश)

    दिल्ली सल्तनत (1206 - 1526 ई.)

    भारत में दिल्ली सल्तनत की शुरुआत करने का श्रेय कुतुबुद्दीन ऐबक को जाता है। कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1206 ई. में दिल्ली में गुलाम वंश की शुरुआत करके एक सल्तनत की नींव डाली, जिसे आज दिल्ली सल्तनत के नाम से जाना जाता है।
    कुतुबुद्दीन ऐबक एक तुर्क शासक था। और यह मोहम्मद गौरी का गुलाम सेनापति था, जिसे मोहम्मद गौरी ने दिल्ली क्षेत्र की निगरानी के लिए छोड़ा था। गौरी की मृत्यु के पश्चात ऐबक ने दिल्ली अपने कब्जे में लेे ली, और अपने आप को दिल्ली का स्वतन्त्र शासक घोषित कर दिया।

    दिल्ली सल्तनत काल में निम्नलिखित 5 वंशों ने शासन किया। और दिल्ली पर अपना अधिकार जमाए रखा। 

    दिल्ली सल्तनत के वंशों को याद करने की ट्रिक

    ट्रिक - दिल्ली का गुलाम खाता सलाम

    दिल्ली - दिल्ली सल्तनत

    गुलाम - गुलाम वंश    (1206 - 1290 ई.)

    ख      - खिलजी वंश (1290 - 1320 ई.)

    त       - तुगलक वंश  (1320 - 1414 ई.)

    स       - सैयद वंश     (1414 - 1451 ई.)

    ल       - लोदी वंश     (1451 - 1526 ई.)

    म        - मुगल वंश     (1526 ई.......


    2. खिलजी वंश (1290 - 1320 ई.)

    खिलजी वंश के शासक एवं उनका शासनकाल

  • जलालुद्दीन फिरोज खिलजी    - 1290-1296
  • अलाउद्दीन खिलजी               - 1296- 1316
  • कुतुबुद्दीन मुबारक शाह          - 1316- 1320
  • नासिरुद्दीन शाह                    - 1320

  • 1206 ई. में कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा दिल्ली सल्तनत का उदय हुआ  और गुलाम गुलाम वंश की शुरुआत की गई। जिसे आप पिछले लेख में पढ़ चुके हैं।
     गुलाम वंश का अंतिम शासक केमुर्स या केकुबाद हुआ जिसे जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने मारकर एक नए वंश (खिलजी वंश) की शुरुआत की।

    जलालुद्दीन फिरोज खिलजी (1290 - 1296 ई. तक) 

    यह 1290 ईसवी में दिल्ली का सुल्तान बना। सुल्तान बनने से पहले ये बुलंदशहर का इक्तादार था।
    यह एक उदार शासक और हिन्दुओं के प्रति सहिष्णु था। इसके शासन काल में मंगोल दिल्ली में बसे जिन्हें " नवीन मुसलमान" कहा गया।
    प्रसिद्ध ईरानी फकीर सीधी मौला का संबंध इसके शासन काल से ही है। जिन्हें हाथी के पैरों तले कुचलवाकर मरवा दिया था। 

    जलालुद्दीन की हत्या 1296 ई. में अलाउद्दीन खिलजी ने कर दी और दिल्ली के तख्त पर जा बैठा।

    अलाउद्दीन खिलजी (1296 - 1316 ई.) तक

    इसे द्वितीय सिकंदर भी कहा जाता था 
    जलालुद्दीन खिलजी के शासनकाल में यह कड़ा - मानिकपुर का सूबेदार था। इसने "सिकंदर ए सानी" की उपाधि धारण की।
    यह ऐसा प्रथम शासक था जिसने "स्थाई सैना" गठित की और सैनिकों को नकद वेतन दिया। 
    सैनिकों के लिए हुलिया तथा घोड़ों को दागने की प्रथा भी इसने ही शुरू की थी।
    इसने बाजार नियंत्रण प्रणाली की शुरुआत की। इसने मूल्य नियंत्रण के लिए "दीवान ए खैरात" तथा शहना ए मंडी" की नियुक्ति की।
    इसका प्रसिद्ध सेनापति मलिक काफूर अलाउद्दीन खिलजी था।
    इसने दिल्ली में "अलाई दरवाजा" , सीरी का किला तथा जमातखाना मस्जिद बनवाई।

    इसने चित्तौड़ के राजा रतन सिंह पर आक्रमण किया, इसका उद्देश्य उनकी सबसे खूबसूरत पत्नी "पद्मिनी" को पाना था।

    प्रसिद्ध कवि "अमीर खुसरो" अलाउद्दीन के दरबारी कवि थे।

    मुबारक शाह खिलजी 

    अलाउद्दीन की मृत्यु के बाद कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी दिल्ली का शासक बना। इसने "खलीफा" की उपाधि धारण की थी। तथा कभी कभी यह अपने दरबार में नंगा होकर दौड़ता था।

    इसके बाद 1320 ईसवी में ग्यासुद्दीन तुगलक ने मुबारक शाह को मारकर तुगलक वंश की शुरुआत कर दी। इसे हम अगले नोट्स में पढ़ेंगे।


    आशा करता हूं दोस्तो नोट्स आपको पसंद आए होंगे। अगर किसी नोट्स को समझने में कोई भी समस्या है तो आप कॉमेंट करके हमें पूछ सकते हैं। हमारा उद्देश्य आपके ज्ञान को बढ़ाना, आप लोगों तक जनरल नॉलेज के बेहतर से बेहतर नोट्स पहुंचना है। ताकि आप आगामी परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास हो सकें।

    नोट्स पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद🙏

    गुरुवार, 21 अक्तूबर 2021

    दिल्ली सल्तनत की शुरुआत/ गुलाम वंश के नोट्स और महत्वपूर्ण प्रशन

    मध्यकालीन भारत 

    दिल्ली सल्तनत (1206 - 1526 ई.

    दिल्ली सल्तनत की शुरुआत

    भारत में दिल्ली सल्तनत की शुरुआत करने का श्रेय कुतुबुद्दीन ऐबक को जाता है। कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1206 ई. में दिल्ली में गुलाम वंश की शुरुआत करके एक सल्तनत की नींव डाली, जिसे आज दिल्ली सल्तनत के नाम से जाना जाता है।
    कुतुबुद्दीन ऐबक एक तुर्क शासक था। और यह मोहम्मद गौरी का गुलाम सेनापति था, जिसे मोहम्मद गौरी ने दिल्ली क्षेत्र की निगरानी के लिए छोड़ा था। गौरी की मृत्यु के पश्चात ऐबक ने दिल्ली अपने कब्जे में लेे ली, और अपने आप को दिल्ली का स्वतन्त्र शासक घोषित कर दिया।

    दिल्ली सल्तनत काल में निम्नलिखित 5 वंशों ने शासन किया। और दिल्ली पर अपना अधिकार जमाए रखा। 

    दिल्ली सल्तनत के वंशों को याद करने की ट्रिक

    ट्रिक - दिल्ली का गुलाम खाता सलाम

    दिल्ली - दिल्ली सल्तनत

    गुलाम - गुलाम वंश    (1206 - 1290 ई.)

    ख      - खिलजी वंश (1290 - 1320 ई.)

    त       - तुगलक वंश  (1320 - 1414 ई.)

    स       - सैयद वंश     (1414 - 1451 ई.)

    ल       - लोदी वंश     (1451 - 1526 ई.)

    म        - मुगल वंश     (1526 ई.......


    1. गुलाम वंश (1206 - 1290 ई.) तक

    गुलाम वंश को इल्बरी, ममलूक तथा दास वंश भी कहा जाता है। ममलूक शब्द इतिहासकार हबीबुल्लाह द्वारा दिया गया। 

    कुतुबुद्दीन ऐबक (1206 - 1210 ई.) तक

    गुलाम वंश की स्थापना कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1206 ई. में की।  अपनी उदारता और अत्यधिक दान देने के कारण इसे "लखबक्श" कहा गया। इसने दिल्ली में कुतुबमीनार का निर्माण शुरू करवाया, तथा कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद का निर्माण करवाया। कुतुबमीनार का नाम प्रसिद्ध सूफी संत " ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी" के नाम पर रखा गया। इसने अजमेर में "अढाई दिन का झोपड़ा" भी बनवाया। लाहौर में पोलो (चौगान) खेलते समय घोड़े से गिरने के कारण इसकी मृत्यु हो गई।
    प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को ध्वस्त करने वाला ऐबक का सहायक सेना नायक "बख्तियार खिलजी" था।

    इल्तुतमिश (1210 - 1236 ई.) तक 

    दिल्ली का सुल्तान बनने से पहले यह बदायूं का सूबेदार था। इसने कुतुबमीनार के अधूरे निर्माण को पूरा करवाया। इसने चालीस तुर्क सरदारों का एक दल बनाया जिसे " चहलगानी" अथवा चालीसा नाम दिया गया।
    इसने चांदी के "टका" तथा तांबे के "जीतल" नामक सिक्के चलाए। 

    रजिया सुल्तान (1236 - 1240 ई.तक

    यह दिल्ली की पहली व अंतिम मुस्लिम महिला शासिका थी। यह इल्तुतमिश की बेटी थी जो पिता की मृत्यु के बाद दिल्ली के सिंहासन पर बैठी।

    नसीरुद्दीन महमूद (1246 - 1265 ई.) तक

    बलबन (1266 - 1286 ई.) तक


    इसने पारसी नववर्ष में मनाए जाने वाले उत्सव "नौरोज" की भारत में शुरुआत की। इसने "सिजदा"(घुटनों के बल बैठकर सुल्तान के सामने सिर झुकाना) तथा " पाबोस" (पेट के बल लेटकर सुल्तान के पैरों को चूमना) नामक प्रथाएं शुरू की। बलबन ने चहलगानी को समाप्त किया।
    इसने उलूग खा की उपाधि धारण की।

    . गुलाम वंश का आखिरी शासक " क्यूमर्स या कैकूबाद      था।


    गुलाम वंश: महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर

    Q.1गुलाम वंश का संस्थापक - कुतुबुद्दीन ऐबक 

    Q.2 गुलाम वंश कब से कब तक - 1206 - 1290 ई. तक

    Q.3 गुलाम वंश का अन्य नाम - दास वंश/मामलुक वंश

    Q.4 दिल्ली का पहला तुर्क शासक - कुतुबुद्दीन ऐबक

    Q.5 कुतुबुद्दीन ऐबक को उसकी उदारता के कारण क्या नाम           दिया गया - लाखबक्स

    Q.6 अजमेर में "अढाई दिन का झोपड़ा" किसने बनवाया -               कुतुबुद्दीन ऐबक ने

    Q.7 कुतुबमीनार का निर्माण किसने शुरू करवाया -                        कुतुबुद्दीन ऐबक ने

    Q.8 कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु कब और कैसे हुई - 1210 ई.          में, चौगान खेलते समय

    Q.9 कुतुबुद्दीन ऐबक जा मकबरा कहां स्थित है - लाहौर में

    Q.10 कुतुबुद्दीन के बाद दिल्ली का शासक कौन बना -                     इल्तुतमिश

    Q.11 कुतुबुद्दीन ऐबक के बाद दिल्ली का अगला शासक कौन           बना - इल्तुतमिश

    Q.12 इल्तुतमिश के चालीस सरदारों के समूह को क्या नाम               दिया गया - चालीसा/तुर्क ए चहलगामी

    Q.13 कुतुबमीनार का अधूरा निर्माण कार्य किसने पूर्ण                      करवाया इल्तुतमिश

    Q.14 किस शासक ने तांबें के "जीतल" तथा चांदी के "टका"               नामक सिक्के चलाए - इल्तुतमिश

    Q.15 इल्तुतमिश के बाद दिल्ली का अगला शासक कौन बना             रजिया सुल्तान

    Q.16 दिल्ली की पहली महिला शासक कौन थी - रजिया                    सुल्तान                   

    Q.17 रजिया सुल्तान किसकी बेटी थी - इल्तुतमिश

    Q18 किस शासक ने "उलूग खां" की उपाधि धारण थी - बलबन

    Q.19 किस शासक ने "सिजदा तथा पाबोस" प्रथा प्रारंभ की                बलबन ने

    Q.20 गुलाम वंश का अंतिम शासक कौन था - क्यूर्मस



    सैयद वंश

    लोदी वंश

    आशा करता हूं दोस्तो आपको जानकारी बहुत अच्छी लगी होगी।अगर आप किसी कॉम्पटेटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं या जनरल नॉलेज पढ़ने के शौकीन हैं, तो आप हमें जरूर फॉलो कर लीजिए। हम आपके लिए जनरल नॉलेज, जनरल साइंस और कॉम्पटेटिव रिलेटेड नोट्स लेकर आते रहेंगे। 🙏

    सोमवार, 11 अक्तूबर 2021

    संविधान भाग 2, नागरिकता (अनुच्छेद 5-11)

    भारतीय संविधान भाग - 2 नागरिकता और नागरिकता अधिनियम 1955

    इसमें हम कॉम्पटेटिव एग्जाम के लिए भारतीय संविधान के भाग दो ( नागरिकता और नागरिकता अधिनियम 1955 ) के सभी महत्वपूर्ण नोट्स और पॉइंट्स देखेंगे जो एग्जाम के लिए बहुत जरूर हैं, या जिनसे एग्जाम में प्रशन पूछे जा सकते हैं। तो आइए शुरू करते हैं नागरिकता ...

    नागरिकता : परिभाषा

    नागरिकता लोगों को दिया या मिलने वाला एक ऐसा अधिकार है, जो लोगों को देश का नागरिक होने का प्रमाण अथवा सबूत है।
     नागरिकता के द्वारा कोई भी इंसान जो एक उम्र सीमा पार कर चुका हो और पागल व दिवालिया ना हो उस देश में वोट डालने, चुनाव लड़ने तथा बड़े बड़े सरकारी पदों पर कार्य करने के हकदार/अधिकारी होता है। 

    नोट : भारत में एकल नागरिकता है। भारत में कोई भी व्यक्ति दो नागरिकता के साथ नहीं रह सकता।

    भारत के संविधान अनुच्छेद 2 में भारत की नागरिकता के बारे में बताया गया है। (अनुच्छेद 5 - 11) तक


     अनुच्छेद - 5 (जन्म के आधार पर नागरिकता)

    संविधान लागू होने (26 जनवरी 1950) के बाद

    . जिसका जन्म भारत में हुआ हो
    . माता पिता का जन्म भारत में हुआ हो
    . या संविधान लागू से 5 वर्ष पहले से भारत में रहा हो

    नुच्छेद - 6 - 7 

    1947 - 48 ने भारत आने वाले लोगों के लिए तरह भारत से जाने वाले लोगों के लिए बनाए गए थे।

    अनुच्छेद - 8

    भारत के बाहर रह रहा वो इंसान भी भारत का ही नागरिक होगा जिसके माता पिता भारतीय हैं।

    अनुच्छेद - 9 

    अगर कोई भारतीय नागरिक विदेश की नागरिकता लेता है, तो उसकी भारतीय नागरिकता समाप्त हो जाएगी।

    अनुच्छेद - 10 

    आपकी नागरिकता को आपसे कोई नहीं छीन सकता। जब तक आप कोई देश द्रोह जैसा अपराध  नहीं करते।आपकी नागरिकता बनी रहेगी।

    अनुच्छेद - 11

    नागरिकता संबंधी कानून बनाने का अधिकार केवल संसद को है। और संसद का ग्रह मंत्रालय ही नागरिकता संबंधी कानून बनाएगा।


    भारतीय नागरिकता अधिनियम (1955)

    5 आधार पर नागरिकता

    1. जन्म के आधार पर नागरिकता

    2. वंश के आधार पर नागरिकता

    3. पंजीकरण (Regestration) के आधार पर

    4. देशीकरण (Naturalisation)

    5. अर्जित भूमि 


    1. जन्म के आधार पर नागरिकता

    1. (1886 में ) - माता/पिता में से कोई एक भारतीय

    2. सुधार  (2003 में) माता/पिता दोनों के Document Valid

    2. वंश के आधार पर नागरिकता

    1 सुधार (1992 में) माता/पिता में से कोई भी भारतीय हो

    3. पंजीकरण (Regestration) के आधार पर

    पिछले 7 वर्ष से भारत में रहने वाले विदेशी व्यक्ति नागरिकता के लिए अप्लाई फॉर्म भर सकता है।

    4. देशीकरण (Naturalisation)

    पिछले 10 साल से भारत में रह रहा है, तथा                      कोई विदेशी भारत में रहकर भारत की 22 भाषाओं (अनुसूची 8 के अनुसार) में से किसी एक को सीख़ चुका है,                     तथा कला और विज्ञान में अच्छी रुचि रखता है,

    जैसे - प्यानो प्लयेर - अधनान शामी

    5. अर्जित भूमि 

    भारत के द्वारा अर्जित की हुई भूमि के नागरिक भी भारतीय नागरिक होंगें। जैसे - सिक्किम


    नागरिकता समाप्त करने की विधि 

    नागरिकता का त्याग
    बर्खास्त
    वंचित

    1. खुद से नागरिकता का त्याग करना

    2. सरकार द्वारा बर्खास्त करना

    3. वंचित- अगर आपके पास कोई सरकारी डॉक्यूमेंट नहीं है, तो अपको नागरिकता से वंचित किया जा सकता है।


    धन्यवाद 🙏


    मंगलवार, 5 अक्तूबर 2021

    बौद्ध धर्म: कॉम्पटीटिव एग्जाम नोट्स

    बौद्ध धर्म

    छठी शताब्दी ईसा पूर्व एक ऐसे धर्म का उदय हुआ जिसने बहुत जल्दी ही सारी दुनिया में अपने आप को परिचित कर दिया। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि महान सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया और उसके प्रचार प्रसार के लिए अपनी पुत्री को विदेशों में भेजा। इतिहास के केई और महान शासकों ने भी बौद्ध धर्म को अपनाया और उसका प्रचार प्रसार किया। जिनमे सम्राट अशोक, बिम्बिसार, अजात शत्रु, जीवक, अनाथपिंडक, आम्रपाली जैसे महान शासक बौद्ध धर्म के अनुयाई थे। और आज भी भारत जैसे बड़े देश और विदेशों में बिद्ध धर्म को मानने वाले लाखों करोड़ों अनुयाई हैं।
    इस धर्म की मान्यता विख्यात होने का मुख्य कारण ये भी था कि इस धर्म के विचार, इसकी शिक्षाएं और मान्यताएं  सभी धर्मो से अलग थी। इस धर्म से संस्थापक गौतम बुद्ध थे, जो कि एक बहुत बड़े ज्ञाता, ज्ञानी और महान विद्वान थे। उन्होंने अपने ज्ञान और विचारों को दुनिया के सामने लाया और लोगों को अपने ज्ञान से शिक्षित किया। आज हम इस लेख भी गौतम बुद्ध के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देखेगें और बौद्ध धर्म की शिक्षाओं और सिद्धांतों के बारे में भी पढ़ेंगे। आपके एग्जाम से संबंधित बहुत सारी जानकारी और संबंधित प्रश्न हम इस लेख में देखेंगे। तो आइए शुरू करते हैं।

    गौतम बुद्ध : जन्म, माता पिता और पालन पोषण

    महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई.पू. में कपिलवस्तु के निकट लुंबनी (Lumbani) में हुआ था। उस समय कपिलवस्तु में शाक्यों का शासन था। बुद्ध के पिता का नाम शुद्धोधन और माता का नाम महामाया था। इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था।मा की मृत्यु के बाद इनकी मौसी प्रजापति गौतमी ने इनका पालन पोषण किया। इनका विवाह यशोधरा से हुआ। 29 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने ग्रह त्याग कर दिया तथा सत्य और ज्ञान की खोज में निकल पड़े। इनके गुरु का नाम आलार कलाम था, जिनसे बुद्ध ने शिक्षा ली।

    बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति

    निरंजना ( फल्गु ) नदी के तट पर उरुवेला (बोधगया) में बुध को एक पीपल के वृक्ष के नीचे सत्य तथा ज्ञान की प्राप्ति हुई। जिसके बाद से वो बुद्ध  कहलाए।

    गौतम बुद्ध का पहला उपदेश

    महात्मा बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया, जो कि धर्मचक्रप्रवर्तन कहलाता है।

    गौतम बुद्ध की मृत्यु

    483 ई.पू. में 80 वर्ष की उम्र में मल्ल गणराज्य की राजधानी कुशीनगर में महात्मा बुद्ध की मृत्यु हो गई।

    बौद्ध दर्शन तथा सिद्धांत

    बौद्ध धर्म के सिद्धांत मुख्यत चार सत्यों पर आधारित हैं:
    1. दुख है।
    2. दुख का कारण है।
    3. दुख का निदान 
    4. दुख के निदान के उपाय

    बौद्ध धर्म में ईश्वर को नहीं माना गया है। बुद्ध ने नैतिकता और कर्म के सिद्धांत पर बल दिया है। बुध ने अपने ज्ञान में सत्य और अहिंसा को प्राथमिकता दी है। बौद्ध धर्म पूरी तरह अनीश्वरवादी है।

    बौद्ध संगितिया

    बौद्ध धर्म की चार संगीति 

    संगीति     समय           स्थान       शासक        अध्यक्ष
    प्रथम       483 ई.पू.    राजगृह    अजातशत्रु     महाकाश्यप
    द्वितीय     383 ई.पू.    वैशाली     कलाशोक    साबकमीर
    तृतीय      250 ई.पू.    पाटलिपुत्र  अशोक      मेगलिपुत्र तिस्स
    चतुर्थ       72 ई.पू.      कुंडलवन   कनिष्क      वसुमित्र

     

    बौद्ध ग्रंथ

    अधिकांश बौद्ध धर्म की रचना "पालि" भाषा में की गई है।
    बौद्ध धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ " त्रिपिटक" है।
    दीपवंश तथा महावंश में बौद्ध दर्शन तथा सिद्धांतो की चर्चा मिलती है।
    बौद्ध धर्म की संपूर्ण प्रवृत्तियां सुत्त, विनय और अभिधम्म पिटक में अंतर्निहित हैं।

    . सुत्तपिटक - इसमें बौद्ध धर्म के सिद्धांतों का उल्लेख है।

    . विनय पिटक - इसमें बौद्ध संघ के नियमों की व्याख्या है।

    . अभिधम्म पिटक - इसमें बौद्ध दर्शन पर प्रकाश डाला गया है।

    बौद्ध संप्रदाय : हीनयान और महायान

    बौद्ध की मृत्यु के बाद बौद्ध धर्म केई संप्रदायों में बंट गया जिनमें हीनयान और महायान सबसे प्रमुख संप्रदाय थे। इसके बाद बौद्ध धर्म में तांत्रिक विचारधारा ने भी जन्म लिया और एक नए संप्रदाय " वज्रयान " का उदय हुआ।

    बौद्ध धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण प्रशन



     Q.1 गौतम बुद्ध का जन्म कहां हुआ था ? - लुंबिनी

    Q.2 गौतम बुद्ध को किस स्थान पर ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति हुई ? - बोधगया में

    Q.3 भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश कहां दिया ? - सारनाथ

    Q.4 बौद्धों का सबसे पवित्र ग्रंथ कौन सा है - त्रिपिटक

    Q.5 बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार के लिए कौन सी भाषा अपनाई गई थी - पालि

    Q.6 जातक कथाएं किससे संबंधित मानी जाती हैं - बौद्ध धर्म से

    Q.7 बुद्ध शब्द का क्या अर्थ है - एक ज्ञान सम्पन्न व्यक्ति

    Q.8 बौद्ध शिक्षा का वर्णन हमें किस ग्रंथ में मिलता है - त्रिपिटक

    Q.9 गौतम बुद्ध द्वारा भिक्षु संघ की स्थापना कहां की गई - वैशाली में

    Q.10 बुद्ध का समकालीन कौन था - कन्फयुशियस


    आशा करता हूं दोस्तो आपको जानकारी बहुत अच्छी लगी होगी। इस लेख में जो जानकारी उपलब्ध है, वो आपके एग्जाम नोट्स के लिए काफी है और बेहद महत्वपूर्ण भी है। आपके एग्जाम में इससे ज्यादा नहीं पूछा जाता। और आप अपनी राय हमें कॉमेंट के जरिए दे सकते हैं।

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